एक रात की कहानी,
कहाँ से शुरू कहाँ पर खत्म,
वो कहानी खामोशिओं में दफ़न,
एक रात की कहानी,
ना हुई शुरु ना हुई खत्म!!
एक हसीं पल, एक दीवानगी
सोच से परे, जाने कब
हुई शुरू, जाने कब हुई खत्म,
छिपते छिपाते, हुई ये शुरु,
देखते दिखाते हुई खत्म
अँधेरी रात में, उजाला बन,
आई ये कहानी एक सवेरा बन,
रौशनी आने से पहले हुई खत्म,
रात की खामोशियों में,
दिखने से पहले हुई दफ़न!!
टूटता तारा बन रह जाएगी,
ऐसा सोचा ना था,
दिखने से पहले गम हो जाएगी,
ऐसा चाहा ना था,
एक कहानी जो शुरु होने से पहले
हो गयी खत्म!!!
एक रात की कहानी,
शुरू होते होते, हो गयी खत्म!!!